tag:blogger.com,1999:blog-3794734343980102357.post8249055193106464738..comments2023-10-18T17:37:17.808+05:30Comments on ग़ज़ल के बहाने-gazal k bahane: gazalkbahanehttp://www.blogger.com/profile/13644251020362839761noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3794734343980102357.post-55305911569695863332014-09-15T19:55:10.158+05:302014-09-15T19:55:10.158+05:30आदरणीय ,
मैं आप की बातो से पूरी तरह से सहमत हूँ मु...आदरणीय ,<br />मैं आप की बातो से पूरी तरह से सहमत हूँ मुझे भी ऐसा कई बार महसूस होता है की जान बूझकर ग़ज़ल को कठिन बताया जाता है ताकि नए फनकारों को रोक जा सके ये बहुत ही गलत है हम आशा करते हैं की ग़ज़ल की जो भी कठिनाइयाँ हैं उसे आसान बनाने आप का पूरा योगदान मिलेगा | Anonymousnoreply@blogger.com