Wednesday, March 7, 2012

मनवा मा उल्लास है, होली को त्यौहार

दिवस गये ठिठुरन भरे,आया फ़िर मधुमास
बयार बही प्रीत की, मनवा मा उल्लास
मनवा मा उल्लास है, होली को त्यौहार
,भूल पुरानी रार अब, गले लगो सब यार


मेरा एक और ब्लॉग http://katha-kavita.blogspot.com/

2 comments:

  1. इस उल्लास को बनाये रखें .
    होली की हार्दिक शुभकामनायें .

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  2. "मनवा मा उल्लास है, होली को त्यौहार,
    भूल पुरानी रार अब, गले लगो सब यार"

    बहुत सटीक पंक्तियां। होली का त्यौहार सारे मतभेद, मनभेद भुला कर फिर एक होने का माहौल देता है।
    होली मुबारक।

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