दिवस गये ठिठुरन भरे,आया फ़िर मधुमास
बयार बही प्रीत की, मनवा मा उल्लास
मनवा मा उल्लास है, होली को त्यौहार
,भूल पुरानी रार अब, गले लगो सब यार
मेरा एक और ब्लॉग http://katha-kavita.blogspot.com/
बयार बही प्रीत की, मनवा मा उल्लास
मनवा मा उल्लास है, होली को त्यौहार
,भूल पुरानी रार अब, गले लगो सब यार
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इस उल्लास को बनाये रखें .
ReplyDeleteहोली की हार्दिक शुभकामनायें .
"मनवा मा उल्लास है, होली को त्यौहार,
ReplyDeleteभूल पुरानी रार अब, गले लगो सब यार"
बहुत सटीक पंक्तियां। होली का त्यौहार सारे मतभेद, मनभेद भुला कर फिर एक होने का माहौल देता है।
होली मुबारक।