जब टूटे दिल तो भगवान बुरा लगता है
चल छैंयां-छैय़ां वाली इस पीढी को तो
मीरा पगली और,रसखान बुरा लगता है
देव अतिथि होता होगा मेरे यार कभी मीरा पगली और,रसखान बुरा लगता है
अब तो घर आया मेहमान बुरा लगता है
वक्त नया आया है,आये संस्कार नये
अब तो झूठ भला,ईमान बुरा लगता है
नव फ़्लैटों की झीनी-झीनी दीवारों में
सब कुछ सुनता सा यह कान बुरा लगता है
रिश्वत के इस अलबेले युग में,बिन रिश्वत के
मुझको काम हुआ आसान बुरा लगता है
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