Sunday, August 1, 2010

चल रहा हूं अकेला दोस्तो= गज़ल

 खुशबुओं का सफर है जिन्दगी
अजनबी सी मगर है जिन्दगी

फ़िक्र तेरी मेरी सभी की है
खुद से पर बेखबर है जिन्दगी

साँस धड़कन ही सिर्फ है नहीं
 है कलेजा जिगर है जिन्दगी

सुर्खियों की ललक ने दी बना
हादसों की खबर है जिन्दगी

 औरतों के नसीब से लगा
बेबसी का नगर है जिन्दगी

चल रहा हूं अकेला दोस्तो
अब कहां हमसफर है जिन्दगी

मौत मन्जिल अगर है”श्याम जी’
साँस की बस डगर है जिन्दगी



फ़ाइलुन,फ़ाइलुन,मफ़ाइलुन
मेरा एक और ब्लॉग http://katha-kavita.blogspot.com/

20 comments:

  1. चल रहा हूं अकेला दोस्तो
    अब कहां हमसफर है जिन्दगी
    बहुत खूब

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  2. bahut sundar kavita............sundar rachana

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  3. बहुत सुन्दर
    मित्र दिवस की शुभकामनाये ....

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  4. हम सब ही अकेले ही चलते है बस थोडी थोडी दुर कॊई किसी ना कीसी रुप मै साथ देने आ जाता है, बहुत सुंदर कविता

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  5. श्याम जी अच्छी ग़ज़ल है...ग़ज़ल पूरी ही अच्छी थी मगर ये शेर हमें खास पसंद आया...दाद क़ुबूल फरमाएं
    चल रहा हूं अकेला दोस्तो
    अब कहां हमसफर है जिन्दगी

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  6. चल रहा हूं अकेला दोस्तो
    अब कहां हमसफर है जिन्दगी

    मौत मन्जिल अगर है”श्याम जी’
    साँस की बस डगर है जिन्दगी

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  7. ये ग़ज़ल बहुत बढ़िया लगा.

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  8. वाह! क्या बात है! बहुत सुन्दर!

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  9. shyaam ji bhut khub achchi gzl he mubaark ho. akhtar khan akela kota rajsthan

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  10. क्या आपने हिंदी ब्लॉग संकलन के नए अवतार हमारीवाणी पर अपना ब्लॉग पंजीकृत करा लिया है?

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  11. नाज़ुक सी ग़ज़ल को अलफ़ाज़ का बेहद खूबसूरत दयार बख्शा है श्याम जी
    यूँ तो सारे शेर गुनगुनाने लायक हैं...मगर इस खाकसार के ये दो शेर बहुत पसंद आये...




    चल रहा हूं अकेला दोस्तो
    अब कहां हमसफर है जिन्दगी


    मौत मन्जिल अगर है”श्याम जी’
    साँस की बस डगर है जिन्दगी

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  12. यह जिन्दगी का फलसफा बन गया है ।

    चल रहा हूँ अकेले दोस्तो
    अब कहां हमसफर है जिन्दगी

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  13. बहुत शानदार और उम्दा!

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  14. wah shyam ji aap ke rang sada hi niraale hain...

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  15. साँस धड़कन ही सिर्फ है नहीं
    है कलेजा जिगर है जिन्दगी
    सुर्खियों की ललक ने दी बना
    हादसों की खबर है जिन्दगी..
    बहुत अच्छी लगी ये पंक्तियाँ! बेहद ख़ूबसूरत और लाजवाब रचना! बधाई!

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  16. साँस धड़कन ही सिर्फ है नहीं
    है कलेजा जिगर है जिन्दगी

    बहुत सही कहा ।
    आज एक दर्द सा है रचना में ।

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  17. बहुत सुन्दर गजल है।बधाई।

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  18. अच्छी रचना। बधाई।

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  19. achhi gazal ke liye bhadai

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