Tuesday, August 10, 2010

मैं गुनहगार न होता तो फरिश्ता होता-गज़ल

ख्वाब हर हाल में है यार भला सा होता
मैं गुनहगार न होता तो फरिश्ता होता

टूटता घर न हमारा यूं कभी भी जानम
दिल में तेरे भी अगर प्यार जरा सा होता

चाँद जैसा है बदन झील सी तेरी आंखें
तुझ पे हर कोई फिदा होता न तो क्या होता

तू चली आती है छत पर जो अकेली जानम
चाँद को ख्वाब सरीखा सा है धोखा होता

जिन्दगी भर है जिसे ख्वाब में पूजा मैने
रूबरू होता अगर वो तो करिश्मा होता

यार इलजाम भला  क्या  तू लगाता मुझपर
झांक कर दिल में कभी अपने  जो देखा होता


क्या बिगड़ते यूं सभी काम तुम्हारे हमदम
बात करने का अगर तुमको सलीका होता

बेवफ़ा‘श्याम’अगर होता नहीं  जो यारो
आठवां फिर तो वो दुनिया  का अजूबा होता


फ़ाइलातुन,फ़इलातुन.फ़इलातुन ,फ़ेलुन


मेरा एक और ब्लॉग http://katha-kavita.blogspot.com/

16 comments:

  1. क्या बिगड़ते यूं सभी काम तुम्हारे हमदम
    बात करने का अगर तुमको सलीका होता
    क्या बात कही है ...जबरदस्त गज़ल..

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  2. एक डॊक्टर तो फ़रिश्ता ही होता है ना :)

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  3. यार इलजाम भला क्या तू लगाता मुझपर
    झांक कर दिल में कभी अपने जो देखा होता

    बहुत खूब ।
    लेकिन ऐसी यादें कहाँ से आ गई ?

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  4. बहुत ही सुंदर जी. धन्यवाद

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  5. जिन्दगी भर है जिसे ख्वाब में पूजा मैने
    रूबरू होता अगर वो तो करिश्मा होता
    यार इलजाम भला क्या तू लगाता मुझपर
    झांक कर दिल में कभी अपने जो देखा होता..
    वाह क्या बात है! अद्भुत सुन्दर पंक्तियाँ! शानदार और लाजवाब ग़ज़ल के लिए बधाई!

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  6. मैं गुनहगार न होता तो फरिश्ता होता

    गुनहगारी का यह एहसास ही तो फरिश्ता बनाता है.
    सुन्दर गज़ल

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  7. वाह जी, क्या बात है!!!

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  8. एक डॊक्टर तो फ़रिश्ता ही होता है ना :)
    sabhaar...cmpershad ji..

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  9. चाँद जैसा है बदन झील सी तेरी आंखें
    तुझ पे हर कोई फिदा होता न तो क्या होता

    तू चली आती है छत पर जो अकेली जानम
    चाँद को ख्वाब सरीखा सा है धोखा होता

    ख्वाब दर ख्वाब हकीकत होता,गुनाह न होता
    मेरा हर ख्वाब तुझे मेरे ख्वाबों में लाया होता

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    स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आप एवं आपके परिवार का हार्दिक अभिनन्दन एवं शुभकामनाएँ !

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  11. यार इलजाम भला क्या तू लगाता मुझपर
    झांक कर दिल में कभी अपने जो देखा होता


    क्या बिगड़ते यूं सभी काम तुम्हारे हमदम
    बात करने का अगर तुमको सलीका होता

    Bahut sunder gazal.

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