यार मौका तो यूं खुशी का है
दिल मगर जाने क्यों दुखी सा है
तेरा गम भी लगे खुशी सा है
दिल मगर जाने क्यों दुखी सा है
तेरा गम भी लगे खुशी सा है
ये समन्दर मीठा, नदी सा है
कल तलक तो वो अजनबी सा था
हो गया आज जिन्दगी सा है
बेखुदी मेरी है, खुदा मेरा
दिल हुआ जाता क्यों किसी का हैयाद उसकी मुझे सताती है
‘श्याम’किस्सा ये बेबसी का है
फ़ाइलातुन,मफ़ाइलुन, फ़ेलुन
काफ़िया--- आ [का, सा ]मेरा एक और ब्लॉग http://katha-kavita.blogspot.com/
बेहतरीन भाई जी!!
ReplyDeleteबेखुदी मेरी है, खुदा मेरा
ReplyDeleteदिल हुआ जाता क्यों किसी का है
bahut badhiya hai
kishan tiwari
कल तलक तो वो अजनबी सा था
ReplyDeleteहो गया आज जिन्दगी सा है
यह शेर मुझे बहुत पसंद आया|
समंदर मीठा !!!!!!!! वाह!
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