Thursday, September 8, 2011

फ़ुटकर शेर- उम्र चाँदी हो गई-श्याम सखा श्याम


उम्र चाँदी हो गई पर दिल जवां है दोस्तो
आज भी मुझपर मुह्ब्ब्त मेह्रबां है दोस्तो


 मित्रो!
आप सभी की शुभकामनाओं के लिये मैं आप सब का हृद्‌य से आभारी हूं।
अकादमी की मासिक पत्रिका हेतु आप की रचनाएं - गीत -गज़ल,नज़्म,कवितायें- कवितायें मुक्त छंद की भी हो सकती हैं लेकिन छंद-मुक्त कवितायें न भेजें, कहानियां,लघुकथायें तथा समीक्षा हेतु पुस्तक की दो प्रतिय़ां अकादमी के पते 
सम्पादक हरि-गंधा अकादमी भवन प्लॉट न० 16 सैक्टर 14 पंचकूला हरियाणा  पिन.
रचनाए ई-मेल द्वारा भी भेज सकते हैं- harigandha@gmail.com
रचनाओं पर अकदमी नियमानुसार मानदेय भी दिया जायेगा।
आपका सदा सा
श्याम सखा श्याम





मेरा एक और ब्लॉग http://katha-kavita.blogspot.com/

9 comments:

  1. उम्दा शेर.....रचना भेजते हैं जरुर!!

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  2. बहुत बहुत बढ़िया ..बेहतरीन लिखा है

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  3. ljushnasib ho jnaab vrnaa hm to taras gaye .......akhtar khan akela kota rajsthan

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  4. अच्‍छा है आपके अध्‍यक्ष होने का साहि‍त्‍यक ब्‍लॉगरों को लाभ मि‍लेगा। धन्‍यवाद।

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  5. मुहब्बत की मेहरबानी बनी रहे ।
    कुछ भेजते हैं डॉ साहब ।

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  6. सर पे बुढापा है मगर दिल तो जवां हैं= यह गीत याद आ गया:)

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  7. आप सभी मित्रों का आभार

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  8. पहले तो बहुत बहुत बधाई और साथ ही ईश्वर से कामना करते हैं कि वो आप को इस दायित्व के माध्यम से अपना सर्वोत्तम प्रस्तुत करने के सुनहरे मौके देते रहें।

    ई मेल नोट कर लिया है आप का। आज्ञा हुयी है तो कुछ करेंगे अवश्य।

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  9. आदरणीय डॉ.श्याम सखा 'श्याम'जी
    सादर सस्नेहाभिवादन !

    एक बार फिर से
    साहित्य अकादमी हरियाणा के निदेशक पद पर नियुक्ति के लिए हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !
    एक सुयोग्य सुपात्र का चयन करने के लिए हरियाणा प्रशासन भी बधाई का पात्र है ।

    अवश्य ही हरिगंधा में प्रकाशनार्थ रचनाएं भेजूंगा … पहले भी प्रकाशित होता रहा हूं ………


    आपसे निवेदन है कि ब्लॉग पर भी सक्रिय रहें , कृपया ! :) …और मेल व्यवहार में भी अवरोध नहीं आना चाहिए नये दायित्वों के कारण … :))

    अनेक व्यस्तताओं और परेशानियों के कारण आपकी तमाम रचनाएं पढ़ते रहने के उपरांत भी कमेंट बॉक्स में उपस्थिति न के बराबर दर्ज़ करा सका … क्षमाभाव के साथ स्नेह-सौहार्द बनाए रहें !


    हार्दिक बधाई और समस्त् शुभकामनाओं सहित …
    - राजेन्द्र स्वर्णकार

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