Monday, January 10, 2011

फ़ुटकर शे‘र- श्याम सखा ‘श्याम’

जो शख्स दर्द की आबो-हवा को जानता है
वही तो आज के दौरे-खुदा को जानता है
है देखलेता है बिना खोले ही जो जख़्मो को
वही हरेक मरज़ की दवा को जानता है

मेरा एक और ब्लॉग http://katha-kavita.blogspot.com/

3 comments:

  1. @जो शख्स दर्द की आबो-हवा को जानता है
    वही हरेक मरज़ की दवा को जानता है .
    बहुत बढिया.

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  2. है देखलेता है बिना खोले ही ‘वो’ जख़्मो को
    तभी तो मुद्गल दवाखाने का रास्ता जानता है :)

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