3
जिन्दगी है जब मियाँ तो गम भी होंगे
आज ज्यादा हैं तो कल ये कम भी होंगे
इन्तजार अब तो कयामत का हमें है
मौला होगा, तुम भी होंगे, हम भी होंगे
जिन्दगी होगी सुहानें गीत होंगे
आ गई गर मौत तो मातम भी होंगे
मेरे नग्मो में घुले- हैं रंजो-ग़म वो
सुनके जिनको नयन सबके नम भी होंगे
सादगी को कौन पूछे है यहाँ अब
गेसुओं में उसके पेचो-खम भी होंगे
है रकीबों का बसेरा गर यहाँ पर
साथ उनके तो मेरे हमदम भी होंगे
हो गया चिथड़े सभी के साथ वो भी
बाँधे उसने तन पे अपने बम भी होंगे
फ़ाइलातुन,फ़ाइलातुन,फ़ाइलातुन
मेरा एक और ब्लॉग http://katha-kavita.blogspot.com/
है रकीबों का बसेरा गर यहाँ पर
ReplyDeleteइर्द-गिर्द उनके मेरे हमदम भी होंगे
vaah.
जिन्दगी है जब मियाँ तो गम भी होंगे
ReplyDeleteआज ज्यादा हैं तो कल ये कम भी होंगे
बस इसी सोच से जीने का सबल मिलता है ।
बूढी आंखे अच्छा पढ सकेंगी
ReplyDeleteजब फांट कुछ बडे भी होंगे :)
जिन्दगी होगी सुहानें गीत होंगे
ReplyDeleteमौला होगा,तुम भी होंगे,हम भी होंगे---
---क्या बात है सुन्दर गज़ल...
bahut hai khoob..
ReplyDeletePlease visit my blog..
Lyrics Mantra
Ghost Matter
Music Bol
बहुत सुन्दर ग़ज़ल है श्याम जी, हर शेर काबीले तारीफ़ है ... किसी शेर को अलग से चुनना मुश्किल है क्यूंकि हर शेर लाजवाब है ...
ReplyDeleteजिन्दगी होगी सुहानें गीत होंगे
ReplyDeleteआ गई गर मौत तो मातम भी होंगे
बहुत सुन्दर गज़ल है. जिन्दगी से रूबरू
बहुत उम्दा ..वाह!
ReplyDeleteबहुत सही कहा...
ReplyDeleteजीवन है तो सुख दुःख तो धुप छाँव की माफिक आते जाते ही रहेंगे...कभी कम तो कभी ज्यादा...
सुन्दर ग़ज़ल..वाह !!!