स्नेहिल मित्रो मैं आप सब का आभारी हूं कि आप मेरी रचनाओं को स्नेह से दुलारते हैं ।इधर कुछ दिन से मैं अपनी कुछ बहुत पसन्दीदा मुक्त छंद रचनाएं http://katha-kavita.blogspot.com/पर लगभग एक कविता प्रतिदिन पोस्ट कर रहा हूं समय मिले तो देखें आज की कविता का शीर्षक है भूख ने रोज़े रख लिये आपका सदा सा श्याम सखा
स्नेहिल मित्रो
ReplyDeleteमैं आप सब का आभारी हूं कि आप मेरी रचनाओं को स्नेह से दुलारते हैं ।इधर कुछ दिन से मैं अपनी कुछ बहुत पसन्दीदा मुक्त छंद रचनाएं http://katha-kavita.blogspot.com/पर लगभग एक कविता प्रतिदिन पोस्ट कर रहा हूं समय मिले तो देखें
आज की कविता का शीर्षक है
भूख ने रोज़े रख लिये
आपका सदा सा
श्याम सखा
aap likhate hi itana badhiya hai.
ReplyDeleteek line me sab kuch kah jate hai..
वाह वाह
ReplyDelete---
चर्चा । Discuss INDIA
ये दो लाइन की पंक्ति मे बहुत ही बडी बात छुपी है ..............
ReplyDeleteबहुत गहरा शेर कहा है आपने।
ReplyDelete-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
वाह वाह ओर बस वाह वाह
ReplyDeleteधन्यवाद
श्याम भाई जी ,
ReplyDeleteबहुत गहरी बात कह दी आपने दिल से बधाई.
असरकारी शेर कहा है.
ReplyDeletevah-vah.
ReplyDeleteनिवेदन है आप फुटकर शेर में कम से कम ५ शेर पोस्ट किया करिए
ReplyDeleteवीनस केसरी
FUTAKAR SHE'R ME KUCHH AUR ASH'AAR LIKHE MAAHUL AUR JAMEGAA BADHAAYEE SAHIB..
ReplyDeleteARSH
bahut hi ghara sher kaha hai aapne
ReplyDeletebahut umda sher...dhanyawaad...
ReplyDeleteअहा!
ReplyDeleteसुभानल्लाह साब !
bahut hi achha...i realy liked it :)
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